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ब्रूस ली के प्रेरणादायक अनमोल विचार।

ब्रूस ली का जन्म 27 नवंबर 1940 को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में हुआ था। इनका पूरा नाम ली जून फेन था। वे अपने माता-पिता की चौथी संतान थे। इनकी माता का नाम ग्रेस हो तथा पिता का नाम लि होई च्युवन था। इनका विवाह लिंडा ली नामक युवती से हुआ। ब्रूस ली एक प्रसिद्ध अभिनेता, मार्शल आर्ट के बड़े विशेषज्ञ, निर्माता, निर्देशक तथा कुश को मार्शल आर्ट के संस्थापक भी थे। चलिए जानते हैं ब्रूस ली के प्रेरणादायक अनमोल विचार जल्दी गुस्सा करना जल्द ही आपको मूर्ख साबित कर देगा। आप जैसा सोचते हैं वैसा ही बन जाते हैं।  वास्तविक जीवन दूसरों के लिए समर्पित होता है।  दिखावा करने वाला ऐसा मूर्ख होता है जो खुद का बड़प्पन करता है।  ज्ञान शक्ति का तथा चरित्र सम्मान का दाता है।  हमें चीजों को ठीक उसी प्रकार देखना चाहिए जैसी वे हैं, जब  घूसा मारना हो तब घूसा मारे तथा जब किक मारना हो तब किक।  जब तक आप हिम्मत नहीं हारते तब तक आपको कोई भी नहीं हरा सकता। आसान जीवन के लिए प्रार्थना मत करो, बल्कि उस शक्ति के लिए प्रार्थना करो जिससे आप एक कठिन जीवन जी सके। आने वाले कल की तैयारी करना आज का

बेंजामिन फ्रेंक्लिन के प्रेरणादायक अनमोल विचार।

बेंजामिन फ्रेंक्लिन का जन्म 17 अप्रैल 1790 को संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ था। उनकी माता का नाम अबिआह फोल्गर तथा पिता का नाम जोशिया फ्रेंक्लिन था।  बेंजामिन फ्रेंक्लिन एक आविष्कारक, लेखक,व्यंगकार,वैज्ञानिक,तथा राजनीतिज्ञ थे। उन्हें अमेरिका के संस्थापक  के रूप में भी जाना जाता है।   पढ़िए बेंजामिन फ्रेंक्लिन के प्रेरणादायक अनमोल विचार।  20 साल की उम्र तक इंसान अपनी इच्छा से चलता है, 30 साल तक बुद्धि से और फिर 40 में अपने अनुमान से। अल्पकालिक सुरक्षा प्राप्त करने के लिए आजादी का त्याग करने वाले ना तो आजादी के लायक होते हैं और ना ही सुरक्षा के। आज्ञानी होना उतने शर्म की बात नहीं जितना कि जानने की इच्छा न होना। संतोष गरीबों को अमीर बनाता है और असंतोष अमीरों को गरीब । परिश्रम सौभाग्य की जननी है । कुछ ऐसा लिखें जो पढ़ने लायक हो, कुछ ऐसा करें जो लिखने लायक हूं। ईश्वर उनकी मदद करता है जो खुद की मदद करते हैं । मछलियों की तरह मेहमान का 3 दिनों के बाद दुर्गंध युक्त और अप्रिय लगने लगते हैं। हंसमुख चेहरा रोगी के लिए स्वास्थ्य ऋतु जितना लाभ

डॉ. अब्दुल कलाम के अनमोल विचार जो आपको प्रेरणा से भर देंगे।

डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम  में हुआ था। उनका पूरा नाम आबुल पकिर जैनुल आबेदीन अब्दुल कलाम था। उनके पिता का नाम अबुल पाकिर जैनुल आबेदीन था, जो एक नाविक थे तथा माता आशिअम्मा  एक गृहिणी थीं। डॉक्टर अब्दुल कलाम को भारत का " मिसाइल मैन " के नाम से भी जाना जाता है। आप एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक, अभियंता और इंजीनियर थे। आपने इसरो(ISRO), डीआरडीओ(DRDO) आदि उत्कृष्ट संस्थानों में कई वर्षों तक व्यवस्थापक के रूप में कार्यभार संभाला। आपका मिसाइल विकाश कार्यक्रम के क्षेत्र में योगदान अद्वितीय है। आप कई वर्षों से युवाओं के प्रेरणास्रोत बने हुए हैं। आपने पृथ्वी, अग्नि जैसे मिसालों के निर्माण किया।  कलाम के प्रेरणादायक अनमोल विचार।  सफलता की कहानियां मत पढ़ो उससे आपको केवल एक संदेश मात्र मिलेगा, बल्कि असफलता की कहानियां पढ़ो जिससे आपको सफल होने के बेहतरीन आइडियाज मिलेंगे। शिखर तक पहुंचने के लिए ताकत की आवश्यकता होती है, चाहे वह माउंट एवरेस्ट का शिखर हो या आपके जीवन का। इससे पहले कि सपने सच हों आपको सपने देखने होंगे। एक मूर्ख जीन

डायबिटीज क्या है।

डायबिटीज दुनिया के सामने एक गंभीर समस्या है और आए दिन बढ़ती ही जा रही है। यदि हमने इसे नियंत्रित नहीं किया तो यह हमारे लिए सबसे बड़ा अभिशाप बनेगी। तमाम दुनिया के लोग डायबिटीज से से पीड़ित हैं। बात की जाए हमारे देश की तो यहां समस्या और भी ज्यादा गंभीर है। एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व का हर पांचवा डायबिटीज पीड़ित व्यक्ति भारतीय है। एक अनुमान के मुताबिक भारत में डायबिटीज के रोगियों की संख्या वर्ष 2030 तक 10 करोड़ पहुंच जाएगी। डायबिटीज बच्चों से लेकर युवाओं तक को अपनी चपेट में ले रही है। यह हमारे शरीर को बीमारी का घर बना देती है। डायबिटीज होने के साथ ही हमारे शरीर उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी विकार, गुर्दे में तकलीफ आदि तरह तरह के रोग होने लगते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक सिद्ध होते हैं। यदि समय रहते डायबिटीज पर नियंत्रण नहीं किया गया तो शायद पीड़ित व्यक्ति को बहुत जल्द ही अपनी जान गंवानी पड़ सकती है। क्या है डायबिटीज। जब रक्त में ग्लूकोज (शर्करा) की मात्रा सामान्य से कहीं ज्यादा हो जाती है उस स्थिति को हम डायबिटीज या शुगर कहते हैं। हमारे शरीर में इंसुलिन नामक हार

थॉमस अल्बा एडिसन के बारे में कुछ रोचक तथ्य।

थॉमस अल्बा एडिसन  का जन्म  11 फरबरी 1847  को संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ था। उनकी माता का नाम  सैमुअल ऑग्डन एडिसन  तथा पिता का नाम  नैन्सी मैथ्यू एलियट  था। वे अपने माता पिता की सातवीं संतान थे।  थॉमस अल्बा एडिसन एक महान वैज्ञानिक थे। उन्होंने  अपने जीवन में हजारों अविष्कार किये थे। विद्युत बल्ब का अविष्कार इनका महान अविष्कार था।  आज हम जानेंगे एडिसन के जीवन की कुछ ऐसी घटनाएं जो आपको प्रेरणा से भर देंगे।  1- महान एडिशन अपनी खोजों में इस प्रकार खोए रहते थे कि कई दिनों तक प्रयोगशाला से बाहर भी नहीं निकलते थे। यहां तक कि अपना भोजन भी वही मंगा लेते थे। कई बार तो उनकी पत्नी यह देखकर उनसे नाराज भी हो जाती थीं। काफी दिनों बाद एडिसन जब अपनी प्रयोग से बाहर आए तो उनकी पत्नी ने उन्हें सलाह दी " आप दिन-रात काम में लगे रहते हैं कभी-कभी दो-चार दिन की छुट्टी भी ले लिया करो "। एडिशन ने कहा " वह तो ठीक है लेकिन मैं छुट्टी लेकर जाऊंगा कहां "।  पत्नी " जहां आपका मन करे "। फिर एडिशन ने कहा " तो फिर मैं वही जाता हूं "। यह कहकर एडिशन पुनः अपनी प्रय

"चार्ली चैप्लिन" की प्रेरणादायक जीवनी।

चार्ली चैपलिन को भला आज कौन नहीं जानता। हास्य तथा संगीत की दुनिया में विशेष स्थान बनाने वाले तथा लोगों के दिलों में राज करने वाले चार्ली चैप्लिन एक महान व्यक्तित्व थे। चार्ली चैप्लिन का जन्म 16 अप्रैल 1989 को इंग्लैंड के कैनिंग्टन नामक गांव में हुआ था। उनकी माता का नाम हन्ना चैपलिन तथा पिता का नाम चार्ल्स चैप्लिन  था। उनके पिता पेशे से एक संगीतकार थे तथा वे नाटकों में भी भाग लेते थे। अभिनय ही उनकी आय का प्रमुख स्रोत था। अभिनय की दुनिया में उनका नाम जैसे ही विख्यात होने लगा उनकी मृत्यु हो गयी। उस समय चार्ली वाल्यावस्था में थे। पिता की मृत्यु के बाद परिवार को चलाना काफी मुश्किल हो गया। हालांकि उनकी माता भी एक संगीतकार थीं। परंतु उनकी कमाई इतनी नहीं थी कि वह अपने घर का खर्चा वहन कर सकें। हालात कुछ इस कदर हो गए थे कि शाम का खाना भी दुर्लभ होने लगा। इस तरह चार्ली का बचपन काफी मुश्किलों के साथ बीता। वे गांव की गलियों में यहां-वहां घूमा करते थे जो उन्हें काफी पसंद थीं। उनके दोस्त बताते हैं कि एक बार वह इंग्लैंड की गलियों में घूम रहे थे तब उन्होंने अस्पताल की उस खिड़की को देखा जह

थॉमस अल्बा एडिसन के प्रेरणादायक अनमोल विचार।

थॉमस अल्बा एडिसन का जन्म 11 फरबरी 1847  को संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ था। उनकी माता का नाम सैमुअल ऑग्डन एडिसन तथा पिता का नाम नैन्सी मैथ्यू एलियट था। वे अपने माता पिता की सातवीं संतान थे।  थॉमस अल्बा एडिसन एक महान वैज्ञानिक थे। उन्होंने  अपने जीवन में हजारों अविष्कार किये थे। विद्युत बल्ब का अविष्कार इनका महान अविष्कार था।  थॉमस अल्बा एडिसन के महान विचार  मैं असफल नहीं हुआ हूं मैंने बस एक हजार ऐसे तरीके खोज लिए हैं जो काम नहीं करते।  असंतोष प्रगति की पहली आवश्यकता है।  प्रतिभा एक परसेंट प्रेरणा और 99 परसेंट पसीना है।  कमजोर आदमी हर काम को असंभव समझता है जबकि वीर आदमी हर काम को संभव। यदि एक शानदार आईडिया चाहते हो तो ढेर सारे आइडियाज खोजो।  हम किसी भी चीज के एक परसेंट के 1000000 वें हिस्से के बारे में भी नहीं जानते।  ज्यादातर लोग अपने जीवन में अवसर गंवा देते हैं क्योंकि यह काम जैसा दिखता है।  जीवन में ज्यादा आशा वाले लोग वे हैं जिन्होंने तब हार मान ली जब वे सफलता के कितने नजदीक थें। इंतजार करने से बेहतर है कुछ करो चाहे असफल क्यों न हो ज