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हार्ट अटैक के इन लक्षणों को कभी ना करें अनदेखा।

हार्ट अटैक एक गंभीर बीमारी है। आज आए दिन हम हार्ट अटैक से मरने वालों के बारे में सुनते रहते हैं। हार्ट अटैक का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में खौफ बैठ जाता है। अक्सर हम यह मान लेते हैं कि हार्ट अटैक अचानक ही हो सकता है और हम इसके लिए कुछ सतर्कता भी नहीं दिखाते। इसी का परिणाम हार्ट अटैक के रूप में भुगतना पड़ता है। ऐसे कई लक्षण हैं जिन्हें पहचान कर हम योग्य चिकित्सक की मदद से हार्ट अटैक से बच सकते हैं। यहाँ मैं  संक्षेप में बताना चाहूंगा की  हार्ट अटैक का मुख्य कारण है खून का प्रवाह अवरुद्ध हो जाना। चलिए जानते हैं हार्ट अटैक होने के मुख्य लक्षण कौन-कौन से हैं।  सांस लेने में तकलीफ।  सांस लेने में तकलीफ होना हार्ट अटैक का एक आम लक्षण माना जाता है। अक्सर कुछ काम करने के दौरान दौड़ते हुए तथा अन्य प्रकार के शारीरिक श्रम करने के बाद सांस फूलना, हांफने लगना आदि हार्ट अटैक होने के मुख्य लक्षण होते हैं। इस तरह के लक्षण पता लगने पर हमें शीघ्र ही डॉक्टर की परामर्श लेना चाहिए। थकावट। थोड़ा सा भी काम करने के दौरान थकावट होना तथा पूरी नींद लेने के बाद भी थका-थका सा महसूस करना हार्ट अटै

क्या मांसाहार सही हैं।

जैसा कि हम सब जानते हैं कि हमारे शरीर को चलाने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। यह ऊर्जा हमें भोजन द्वारा प्राप्त होती है। हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भोजन जितना जरूरी होता है उससे के साथ-साथ फल भी अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। हम सभी फल से होने वाले फायदों से तो भली प्रकार परिचित ही होंगे। फल हमें और भी ज्यादा ऊर्जावान और तंदुरुस्त बनाते हैं चलिए आज हम जानेंगे विभिन्न विद्वानों के फल के विषय में कुछ महत्वपूर्ण कथन जो आपको फल खाने के लिए अवश्य प्रेरित करेंगे। महात्मा गांधी के अनुसार:- "वनस्पतिक भोजन मनुष्य के लिए उत्तम है, परंतु फलों के पश्चात। वनस्पतिक पदार्थों के साथ-साथ प्रत्येक प्रकार की साग सब्जी और दूध की भी यही अवस्था है। वनस्पतिक पदार्थों में मनुष्य को पालन करने का वह गुण नहीं है जो फलों में है, इसलिए की वानस्पति पदार्थ बिना पकाए हम खा नहीं सकते और पकाने से उनका प्राकृतिक गुण और लाभ मर जाता है।" डॉक्टर अनाकिंग्स कोर्ड  ने लिखा है:- "मुझे ऐसे बहुत से लोग मिलते हैं जो मनुष्य के मांसाहारी होने पर विवाद करते हैं। वह मनुष्य के दांत और अमाशय की बन

क्या कोलेस्ट्रॉल वास्तव में जानलेवा है।

जैसे ही हम कोलेस्ट्रोल का नाम सुनते हैं वैसे ही हमारे दिमाग में एक ऐसे व्यक्ति का चित्र आता है जो उच्च रक्तचाप और दिल की बीमारियों से ग्रसित है। अब बात आती है क्या वास्तव में कोलेस्ट्रोल हमारे शरीर के लिए इतना हानिकारक है? इसका उत्तर है, नहीं जितना हम सोचते हैं कोलेस्ट्रोल उतना हानिकारक नहीं है। भूलवश हम ज्ञान के अभाव में कोलेस्ट्रॉल के बारे में उल्टी सीधी बातें करने लगते हैं। चलिए अब हम जानेंगे कॉलेस्ट्रोल के बारे में कि क्या यह वास्तव में हमारे लिए हानिकारक है। क्या है कोलेस्ट्रॉल कोलेस्ट्रोल एक प्रकार का कार्बनिक यौगिक है। जिसका रासायनिक सूत्र C27H46O है। यह "एस्टारायड कुल" का यौगिक है। कोलेस्ट्रॉल को "स्टेराल" के नाम से भी जाना जाता है। कोलेस्ट्रॉल का संश्लेषण हमारे शरीर में यकृत तथा अन्य अंगों द्वारा होता है। और कोलेस्ट्रॉल विटामिन बी, स्टेरॉयड हार्मोन तथा यकृत अम्लों का संश्लेषण भी करता है। अब बात आती है कि हमारे शरीर में इसका संचरण कैसे होता है, इसका उत्तर है कि यह लिपॉप्रोटीन के माध्यम से रक्त के साथ प्रवाहित होता है। लिपॉप्रोटीन क्या है।