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अल्बर्ट आइंस्टीन के सुप्रसिद्ध अनमोल विचार।

अल्बर्ट आइंस्टीन के सुप्रसिद्ध अनमोल विचार। 

अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म 14 मार्च 1879 को जर्मनी में हुआ था। उनके पिता का नाम हरमन आइंस्टीन तथा माता का नाम पोलिन कोच था। अल्बर्ट आइंस्टीन एक महान वैज्ञानिक थे। उन्हें वर्ष 1921 का नोबल पुरस्कार भी दिया गया था। उनका सापेक्षता का सिद्धांत आज पूरी दुनिआ में प्रसिद्ध है। दुनिया उन्हें जीनियस के नाम से भी जानती हैं। अल्बर्ट आइंस्टीन ने अपने भौतिकी के नियमों से सारी दुनिया में ख्याति प्राप्त की थी।


Albert Einstein anmol vichar

अल्बर्ट आइंस्टीन के प्रसिद्ध अनमोल विचार


यदि मानव जाति को जीवित रखना है तो हमें बिल्कुल नई सोच की आवश्यकता होगी।


सफल व्यक्ति बनने का प्रयास मत करें बल्कि सिद्धांतों वाला व्यक्ति बनने का प्रयत्न करें।

हर कोई जीनियस है, लेकिन यदि आप मछली को उसके पेड़ पर चढ़ने की योग्यता से आंकेंगे तो वह अपना सारा जीवन यह समझकर बिता देगी कि वह मूर्ख है।

जिंदगी साइकिल चलाने की तरह है, आपको बैलेंस बनाए रखने के लिए चलते ही रहना होगा।

कोई भी समस्या चेतना के उस स्तर पर रहकर नहीं हल की जा सकती है, जिस पर वह उत्पन्न हुई थी।

एक जहाज हमेशा किनारों पर ही सुरक्षित होता है, मगर वह इसके लिए नहीं बना होता।

एक निराशावादी और सही होने की बजाय मैं एक आशावादी मूर्ख होना चाहूंगा।

कठिनाइयों के बीच की अवसर छुपे होते हैं।

आप कभी फेल नहीं होतें जब तक कि आप प्रयास करना ना छोड़ दें।

वह हर इंसान जो निरर्थक तथ्यों को प्राप्त करने का प्रयत्न करता है, वही असंभव कार्य करके दिखाता है।

इंसान को यह देखना चाहिए कि क्या है, यह नहीं कि उसके अनुसार क्या होना चाहिए।

दो चीजें अनंत हैं ब्रह्मांड और मनुष्य की मूर्खता और मैं ब्रह्मांड के बारे में दृढ़ता से नहीं कह सकता।

यदि आप किसी कार्य को करने के सारे नियम जानते हैं तो आप उस कार्य को किसी और से बेहतर तरीके से कर सकते हैं।

यदि मेरे पास किसी समस्या को हल करने के लिए एक घंटा हो तो मैं 55 मिनट समस्या के बारे में सोचने और 5 मिनट उसका हल सोचने में लगाऊंगा।

कोई भी बुद्धिमान मूर्ख चीजों को बड़ा और अधिक जटिल बना सकता है।

विपरीत दिशा में जाने के लिए प्रतिभा और बहुत सारे साहस की आवश्यकता होती है।

महान आत्माओं ने हमेशा मामूली सोच वाले लोगों के हिंसक विरोध का सामना किया है।

क्रोध मूर्खों की छाती में ही बसता है।

प्रकृति में गहराई से देखो और तुम हर एक चीज बेहतर ढंग से समझ पाओगे।

अपने आप को खुश रखने का सबसे बेहतर तरीका है किसी और को खुश रखना।

सभी धर्म, कला और विज्ञान एक ही वृक्ष की शाखाएँ हैं।

जैसे ही आप सीखना बंद कर देते हैं आप मरना शुरू कर देते हैं।

जीनियस एक 1 % टैलेंट है और 90 % हार्ड वर्क।

ज्ञान का एकमात्र स्रोत अनुभव ही है।

कोई भी मूर्ख जान सकता है जरूरी है समझना।

रचनात्मक अभिव्यक्ति और ज्ञान में आनंद जगाना शिक्षक की सर्वश्रेष्ठ कला है।

जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं की उसने कभी कुछ नया करने का प्रयास नहीं किया।

यदि आप चाहते हैं कि आपके बच्चे बुद्धिमान हो तो उन्हें परियों की कहानियां सुनाएं और यदि आप चाहते हैं कि वे और भी बुद्धिमान हो तो उन्हें और भी परियों की कहानियां सुनाएं ‌।

कोई भी व्यक्ति जो बहुत अधिक पढ़ता है और अपने दिमाग का बहुत कम उपयोग करता है वह न सोचने की आलसी आदत में फंस जाता है।

शिक्षा वह है जो स्कूल में सिखाई गई चीजों को भूल जाने के बाद बचती है।

ज्यादातर शिक्षक अपना समय इस तरह के प्रश्न पूछने में बर्बाद कर देते हैं जिनका मकसद यह जानना होता है कि छात्र क्या नहीं जानता, जबकि प्रश्न पूछने की सच्ची कला यह पता लगाना है कि छात्र क्या जानता है या क्या जानने में सक्षम है।

कल्पना ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

भेड़ के किसी झुंड का बेदाग सदस्य बनने के लिए सबसे पहले आपको एक भेड़ होना चाहिए।

मुझे नहीं पता कि तृतीय विश्व युद्ध किन हथियारों से लड़ा जाएगा लेकिन चौथा विश्वयुद्ध लाठी और पत्थरों से लड़ा जाएगा।

कभी भी उस चीज को याद मत रखो जिसे तुम देख सकते हो।

मुझे मैं जो हूं उसे त्यागने के लिए तैयार होना होगा क्योंकि मैं वह बन सकूं जो मैं चाहूंगा।

मेरे पास कोई स्पेशल टैलेंट नहीं है मैं बस बहुत अधिक जिज्ञासु हूं।

जीनियस और स्टूपिड के बीच बस यही अंतर है कि जीनियस की अपनी सीमाएं हैं।

पागलपन एक ही चीज को बार बार करना और अलग परिणाम की उम्मीद करना।

सामाजिक न्याय के लिए जीना जिंदगी की सबसे मूल्यवान कोशिश है।

यदि A  जीवन में सफल है तो A =X +Y+Z  यहां X काम है, Y खेल तथा Z अपना मुंह बंद करके रखना।

तर्क द्वारा आप एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक ही जा सकते हैं जबकि कल्पना से कहीं भी जाया जा सकता है।

ऐसा नहीं है कि मैं बहुत स्मार्ट हूं बस में समस्याओं के साथ ज्यादा देर तक रहता हूं।

अगर तुम इसे आसानी से समझा नहीं सकते मतलब तुमने इसे अच्छी तरह समझा ही नहीं।

आपको अल्बर्ट आइंस्टीन का कौनसा अनमोल विचार सबसे ज्यादा पसंद आया एक बार कमेंट सेक्शन में हमें जरूर बताएं। ये प्रेरणादायक विचार अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें।

धन्यवाद!

Comments

  1. मुझे नहीं पता कि तृतीय विश्व युद्ध किन हथियारों से लड़ा जाएगा लेकिन चौथा विश्वयुद्ध लाठी और पत्थरों से लड़ा जाएगा।

    ReplyDelete
  2. अगर तुम इसे आसानी से समझा नहीं सकते मतलब तुमने इसे अच्छी तरह समझा ही नहीं।
    Ye wala

    ReplyDelete
  3. मुझे नही पता की तृतीय विश्व युध्द किस तरह से लड़ा जायेगा !
    पर मैं यह जरुर जानता हुँ कि चतुर्थ विश्व युध्द लाठी और पत्थर से लड़ा जायेगा !

    ReplyDelete
  4. जीवन में राह भटकाने वाले बहुत होते हैं, लेकिन
    सही राह दिखाने वाला एक ही मिलेगा।

    ReplyDelete

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